Bad CIBIL Score Loan: वर्तमान समय में व्यक्तिगत ऋण (पर्सनल लोन) की आवश्यकता किसी भी समय उत्पन्न हो सकती है। हालांकि, कम सिबिल स्कोर के कारण कई लोगों को ऋण प्राप्त करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब यह समस्या भी हल हो गई है, क्योंकि कई वित्तीय संस्थान कम सिबिल स्कोर पर भी ऋण प्रदान कर रहे हैं।
सिबिल स्कोर का महत्व
सिबिल स्कोर एक प्रकार का क्रेडिट स्कोर है, जो आपकी वित्तीय विश्वसनीयता को दर्शाता है। यह 300 से 900 के बीच होता है। 750 से अधिक का स्कोर उत्कृष्ट माना जाता है, जबकि 650 से 750 के बीच का स्कोर सामान्य है। 650 से कम का स्कोर कमजोर माना जाता है, जिससे सामान्य बैंकों से ऋण प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है।
खराब सिबिल स्कोर पर ऋण देने वाली संस्थाएं
कई गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) कम सिबिल स्कोर वाले लोगों को भी ऋण प्रदान करती हैं। फुलर्टन इंडिया 5 लाख रुपये तक का ऋण 12% से 36% की ब्याज दर पर प्रदान करती है। पेसेंस और मनी व्यू जैसी कंपनियां भी 5 लाख रुपये तक का ऋण देती हैं। क्रेडिटबी और कैशे जैसी कंपनियां छोटी राशि के ऋण प्रदान करती हैं।
ऋण प्राप्त करने की प्रक्रिया
ऋण प्राप्त करने के लिए सबसे पहले उपयुक्त ऋण प्रदाता का चयन करें। आवश्यक दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक स्टेटमेंट को तैयार रखें। चयनित संस्था की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से आवेदन करें। ऋण राशि और अवधि का चयन करें। स्वीकृति मिलने पर 24 घंटे के भीतर राशि आपके खाते में स्थानांतरित कर दी जाएगी।
महत्वपूर्ण सावधानियां
कम ब्याज दर वाली कंपनियों को प्राथमिकता दें। छिपे हुए शुल्कों के बारे में जानकारी प्राप्त करें। शुरुआत में छोटी राशि का ऋण लें और समय पर भुगतान करें। एनबीएफसी को प्राथमिकता दें क्योंकि वे बैंकों की तुलना में कम सिबिल स्कोर पर भी ऋण प्रदान करती हैं।
सिबिल स्कोर में सुधार के उपाय
बेहतर भविष्य के लिए सिबिल स्कोर में सुधार करना महत्वपूर्ण है। इसके लिए ईएमआई और क्रेडिट कार्ड बिल का समय पर भुगतान करें। पुराने बकाया ऋणों का शीघ्र भुगतान करें। क्रेडिट कार्ड की सीमा का पूर्ण उपयोग न करें। बार-बार ऋण के लिए आवेदन न करें।
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। ऋण लेने से पहले सभी नियमों और शर्तों को ध्यानपूर्वक पढ़ें। किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें। लेखक या प्रकाशक किसी भी वित्तीय नुकसान या गलत निर्णय के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। अवैध या असुरक्षित ऋण प्रदाताओं से सावधान रहें और केवल पंजीकृत वित्तीय संस्थानों से ही ऋण लें।